विक्की कौशल, पहले एक साधारित दिखने वाले लड़के की भूमिका से गुजरते हैं, फिल्म "सैम बहादुर" में एक अद्वितीय परिवर्तन का सामर्थ्यक रूप लेते हैं।
"सैम बहादुर" के हर फ्रेम में, विक्की दर्शकों को दी जाने वाली एक खासी अनुभूति पैदा करते हैं, जिससे उनसे हटना मुश्किल हो जाता है।
यह कहानी सैम बहादुर की है, जो एक फील्ड मार्शल बने और एक युद्ध नायक थे। वे एक अद्वितीय व्यक्तित्व थे और उनकी जीवनी में होने वाली घटनाओं को दर्शाती है।
कहानी
कहानी से उनके सेना में शामिल होने, विभिन्न पदों पर स्थानांतरण, युद्ध की तैयारी करने और सेना में जोश भरने की प्रक्रिया तक का सफर दिखाती है।
जब ट्रेलर देखा गया था, तो यह लगा कि यह साल का सर्वश्रेष्ठ ट्रेलर है, विशेषकर विक्की कौशल की बेहतरीन अभिनय के कारण।
फिल्म कैसी है
हालांकि, फिल्म की शुरुआत थोड़ी हल्की होती है और दर्शक फिल्म से जुड़ नहीं पाते हैं।
जैसे-जैसे फिल्म बढ़ती है, दिलचस्पी बढ़ती है और विक्की कौशल की उत्कृष्ट अभिनय से फिल्म को बचाया जाता है।
यहां, विक्की कौशल की एक्टिंग है जो चमकती है, सैम बहादुर का किरदार उनके द्वारा पूरी तरह से बाध्य है।
फिल्म कैसी है
उन्होंने किरदार की शरीर भाषा को बेशकीमती से पकड़ा है और वक्ताओं को फिनेस के साथ बोलते हैं।
सान्या मल्होत्रा, सैम की पत्नी का किरदार निभाते हैं, और फातिमा सना शेख, इंदिरा गांधी की भूमिका में सफलतापूर्वक योगदान करती हैं, लेकिन प्रकाश केंद्र विक्की कौशल पर ही बना रहता है।
मेघना गुलजार का निर्देशन सराहनीय है, हालांकि औऱज़ की अच्छी अनुसंधान के लिए थोड़ी और मेहनत की जरूरत थी।
डायरेक्शन
फिल्म का संगीत गुलजार के द्वारा लिखे गए गानों से भरपूर है और शंकर महादेवन की आवाज में एक नया जोश लाता है, जिससे फिल्म का असली महत्व बढ़ता है।